
नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का आज 46वां जन्म दिन है। 8 जुलाई 1972 को कोलकाता में जन्मे गांगुली को दादा भी कहा जाता है। दादा ने भारतीय टीम की कप्तानी ऐसे समय पर संभाली जब टीम बेहद मुसीबत में थी। दादा ने अपने दम पर एक मजबूत टीम बनाई और उस टीम को अपने परिवार की तरह प्यार किया। लेकिन इस दौरान युवराज ने दादा के टीम के लिए इस लगाव का फायदा उठाते हुए एक चल चली जिसके चलते गांगुली कप्तान के पद से इस्तीफा देने वाले थे।
गांगुली से गुस्सा हुए युवी, भज्जी और ज़हीर
जी हां! ये मामला उस वक्त है जब टीम इंडिया की कप्तानी सौरव गांगुली के पास थी। उसी दौरान इन क्रिकेटर्स ने गांगुली के साथ ऐसी शरारत की के गांगुली कप्तानी छोड़ने के लिए राज़ी हो गए। दरअसल हरभजन सिंह, युवराज और जहीर ने साथ मिलकर दादा की खिंचाई करने की प्लानिंग की और इसके लिए फूलप्रूफ प्लान भी बना लिया। युवी के हाथ प्रेस रिलीज का वो पेपर लग गया था, जिसका इस्तेमाल कप्तान और बोर्ड अधिकारी ऑफिशियल स्टेटमेंट के लिए करते हैं। युवी ने उस पेपर पर एक ऐसा बयान टाइप किया जिसमें दादा टीम को क्रिटिसाइज कर रहे हैं। उसमें लिखा था हरभजन, युवराज और जहीर गेम को लेकर सीरियस नहीं है, बहुत पार्टी करते हैं और लड़कियों के साथ घूमते हैं। इतना ही नहीं इस प्रेस रिलीज पर युवराज ने दादा के नकली साइन भी कर दिए थे।
द्रविड़ ने बताया सच
इसके बाद तीनों खिलाड़ी अगले दिन टीम प्रैक्टिस से पहले उस पेपर को लेकर गांगुली से बात करने पहुंचे। तीनों ने गांगुली से इस बारे में बात की। युवी ने गांगुली से नरगी जताते हुए कहा दादा ये अपने ठीक नहीं किया। जिसके बाद आरोपों को सुन गांगुली हैरान रह गए और उन्होंने इस बातों को पूरी तरह गलत बताया। गांगुली बार-बार अपनी सफाई देते हुए कह रहे थे कि उन्होंने किसी से ऐसी बात नहीं कही, लेकिन युवी और भज्जी मान ही नहीं रहे थे। इसके बाद हरभजन, युवी और जहीर ने गुस्सा दिखाते हुए टीम में खेलने से इनकार कर दिया और अपना बैग लेकर वहां से जाने लगे। गांगुली ने उन्हें रोकते हुए पूरे मामले से खुद को अनजान बताया, इसके बाद तीनों प्लेयर्स ने उन्हें वो नकली प्रेस रिलीज दी। बता दें इस मज़ाक में टीम के भरोसेमंद खिलाड़ी राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर भी शामिल थे। द्रविड़ और सचिन ने भी नाराज़ होते हुए दादा से कहा कि वो मीडिया में ऐसा स्टेटमेंट कैसे दे सकते हैं जबकि ये तीनों तो बेहद सीरियस क्रिकेटर्स हैं। आखिर में गांगुली ने कहा कि उन्होंने ऐसा कोई स्टेटमेंट नहीं दिया है, लेकिन फिर भी अगर सबको ऐसा लगता है तो वो अगले दिन कप्तानी से इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं। जब गांगुली ने इस्तीफा देने की बात कह दी, तो द्रविड़ से रहा नहीं गया और उन्होंने गांगुली को सब सच बता दिया। द्रविड़ की बात सुनते ही दादा युवी और भज्जी के पीछे बैट लेकर मरने को दौड़े। इसके बाद गांगुली ने दोनों के इस मजाक की शिकायत क्रिकेट बोर्ड से भी थी। हालांकि बीसीसीआई ने कोई एक्शन नहीं लिया।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/2KZaJqR
via
0 comments:
Post a Comment