
अलवर में अकबर उर्फ रकबर मौत की घटना के बाद मॉब लिचिंग की घटनाओं पर अंकुश के लिए कानून बनाने की वकालत हो रही है। लेकिन सवाल है कि कानून बनने से क्या होगा? क्योंकि प्रदेश में भीड़ की हिंसा की इससे बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं। कानून भी है, लेकिन उनमें ही केस विड्रॉ किए जा रहे हैं। जोधपुर के सामराऊ की घटना हो या पद्मावत फिल्म का विरोध, गुर्जर आंदोलन व भारत बंद जैसे आंदोलन सहित कई ऐसे घटनाक्रम हैं, जिनमें भीड़ ने कानून हाथ में लिया। कई निर्दोषों ने जान गंवा दी। सैकड़ों केस दर्ज हुए, गिरफ्तारियां हुईं। लेकिन गुर्जर आंदोलन जैसे अन्य आंदोलनों में 450 केस वापस लिए जा चुके हैं, 307 केस वापस लेने की तैयारी है।
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