
नई दिल्ली।दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से बॉल टेम्परिंग मामले में सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है।प्लेसिस ने कहा बॉल टेम्परिंग घटनाएं अक्सर सामने आ रही हैं और ऐसे में जल्द से जल्द कदम उठाए जाने की जरूरत है।वैसे प्लेसिस खुद भी इस मामले से अछूते नहीं हैं। साल 2013 में संयुक्त अरब अमीरात और 2016 में आस्ट्रेलिया में वह बॉल टेम्परिंग मामले में फंसे थे।
भविष्य में और कोई बॉल के साथ छेड़छाड़ करने से पहले जरूर सोचेगा
आस्ट्रेलिया के खिलाड़ी स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और कैमरून बैक्रॉफ्ट के बाद अब श्रीलंका क्रिकेट टीम के कप्तान दिनेश चंडीमल भी इस मामले में फंस गए हैं। बॉल टेम्परिंग का भूत आने वाले समय में और किसको शिकार बनाता है यह समय बताएगा, पर ICC के कड़े रुख के कारन भविष्य में कोई भी खिलाड़ी बॉल के साथ छेड़छाड़ करने से पहले दो बार तो जरूर सोचेगा ।
बॉल टेम्परिंग के लिए होनी चाहिए कड़ी सजा
उन्होंने कहा, "उन्हें ऐसा करना ही होगा। यह अक्सर हो रहा है। उन्हें इसके लिए जल्द से जल्द कुछ कदम उठाना होगा। मुझे पता है कि उन्होंने मुलाकात की, लेकिन ऐसा लग नहीं रहा कि कुछ भी बदलाव आया है। नियम और बाकी चीजें सब वहीं हैं। इसलिए, उन्हें इसमें बदलाव करना होगा। बॉल टेम्परिंग के लिए सजा कड़ी से कड़ी होनी चाहिए।"
डू प्लेसिस पर भी लगा था आरोप
आपको बता दें दक्षिण अफ्रीकी कप्तान फाफ डू प्लेसिस ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद द्वारा गेंद के साथ छेड़छाड़ के दोषी पाए जाने के बाद निर्णय के खिलाफ अपील की थी जिस पर आईसीसी ने नाराजगी जताई थी । ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दौरान प्लेसिस को गेंद के साथ छेड़छाड़ का दोषी पाया गया था और होबार्ट मैच की उनकी फीस पर 100 फीसदी का जुर्माना लगाया गया था। प्लेसिस को इसके बाद तीसरे एडिलेड टेस्ट में खेलने की अनुमति मिल गई।
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