
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ से वनवास समाप्त हो गया है। चार दिनों तक चले मतदान प्रक्रिया का परिणाम सोमवार को घोषित होते ही आज गौतम गंभीर को डीडीसीए में अहम जिम्मेदारी दे दी गई। गंभीर डीडीसीए में सरकार से नामित व्यक्ति की जिम्मेदारी संभालेगे। आपको बता दें कि चुनाव परिणाम सामने आने के बाद डीडीसीए में कई बदलाव हुए है। डीडीसीए अक्ष्यक्ष पद पर इंडिया टीवी के संपादक औऱ वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा ने पूर्व भारतीय दिग्गज क्रिकेटर मदन लाल को हराते हुए अपना कब्जा जमाया था।
सचिव विनोद तिहाड़ा ने दी जानकारी-
गौरतलब हो कि हर मुद्दे पर मुखर जवाब देने वाले गौतम गंभीर पिछले लंबे समय से डीडीसीए से बाहर थे। दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासक जस्टिस विक्रमजीत सेन के 17 महीने के कार्यकाल में गंभीर की भूमिका को पूरी तरीके से नजरअंदाज कर दिया गया था। सोमवार को आए चुनाव परिणाम में डीडीसीए के नव निर्वाचित सचिव बने विनोद तिहाड़ा ने गंभीर को लेकर यह जानकारी दी।
नियुक्ति एक साल पहले हुई थी -
सरकार की ओर से गौतम गंभीर की नियुक्ति पिछले साल ही हो गई है। लेकिन तब प्रशासक जस्टिन सेन ने गंभीर की नियुक्ति को यह कहते हुए गलत साबित कर दिया था कि जबतक गंभीर क्रिकेट में सक्रिय रहत है, तब तक वो इस पद को नहीं संभाल सकते। हालांकि रजत शर्मा पैनल के डीडीसीए चुनाव में सभी सीटें जीतने के बाद सचिव तिहाड़ा ने साफ कर दिया कि उनकी गंभीर को लेकर बड़ी योजनाएं हैं और सबसे पहली योजना का खुलासा भी जल्द कर दिया है।
क्रिकेट से जुड़े नीतिगत फैसले लेंगे-
इस पद की जिम्मेदारी संभालने के बाद गंभीर दिल्ली क्रिकेट संघ से जुड़े कई महत्वपूर्ण फैसले लेंगे। सचिन विनोद तिहाड़ा ने कहा कि निर्वाचित सदस्य प्रशासनिक पक्ष पर ध्यान देंगे, लेकिन क्रिकेट संबंधी फैसले क्रिकेट खिलाड़ी (गंभीर) लेंगे। गंभीर दिल्ली क्रिकेट में सबसे बड़े नामों में से एक हैं। यह स्वाभाविक है कि वह एक अहम भूमिका निभाएंगे। आप इसे आधिकारिक समझ सकते हैं, गौतम क्रिकेट से जुड़े सारे नीतिगत फैसले लेंगे।
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