
नई दिल्ली। इंग्लैंड के दौरे पर जाने से पहले भारतीय टीम के लिए इस दौरे को काफी चुनौतीपूर्ण माना जा रहा था। लेकिन अब तक इस दौरे पर भारतीय टीम ने जिस तरीके का प्रदर्शन किया है, उसे देखते हुए ऐसा बिल्कुल भी नहीं लग रहा कि भारतीय टीम दुनिया की नंबर वन टीम के साथ मुकाबला कर रही है। पहले टी-20 सीरीज के तीन मैच और उसके बाद गुरुवार को खेले गए पहले वनडे मैच में भारतीय टीम ने जिस तरीके का प्रदर्शन किया है, वो लाजवाब है।
इन चार मैचों में से भारतीय टीम को केवल एक मैच में हार का सामना करना पड़ा, हालांकि उस मैच में दोनों टीमों के बीच रोमांचक भिड़ंत आखिरी ओवर तक चली। इस दौरे पर भारतीय टीम की जीत के नायक के रूप में रोहित शर्मा, केएल राहुल और कुलदीप यादव बन कर उभरे हैं। लेकिन ज्यादातर लोगों का मानना है कि कुलदीप की घातक गेंदबाजी अंग्रेजों की हालत खराब करने की सबसे बड़ी जिम्मेदार है।
कुलदीप यादव ने तीन टी-20 सीरीज में सात विकेट चटकाए, जिसमें एक ही मैच में उन्होनें पांच विकेट हासिल किए। टी-20 में भारत की ओर से किसी एक मैच में पांच विकेट लेने वाले वो पहले चाइनामैन गेंदबाज है। उसके बाद कुलदीप ने वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में फिर से घातक गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड के 6 बल्लेबाजों को वापस पवेलियन भेजा। यादव का यह प्रदर्शन भारतीय टीम को जीत की दहलीज पर लाने वाला था।
कुलदीप से इस प्रकार की घातक गेंदबाजी की उम्मीद किसी ने नहीं की थी। निसंदेह: उनमें प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, लेकिन इंग्लैंड की तेज पिच पर बतौर स्पिनर वो ऐसा प्रदर्शन करेंगे, ऐसा क्रिकेट पंडितों ने भी नहीं सोचा था। लेकिन अब उनकी करिश्माई गेंदबाजी का राज उजागर हो गया है। दरअसल कुलदीप को बचपन से क्रिकेट का ककहारा सीखाने वाले उनके कोच कपिल पांडे की इसमें बड़ी भूमिका है। कुलदीप कोच से समय-समय पर लगातार परामर्श लेते रहते है, जो उनकी गेंदबाजी को और पैनी बनाती है।
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