Sunday, September 2, 2018

कड़वे प्रवचन से आंखे खोल देते थे तरुण सागर जी, कहते थे- बच्चों को ऐसा लायक मत बनाना कि मां-बाप को ही नालायक समझने लगे

जैन मुनि और राष्ट्र संत तरुण सागर जी महाराज (51) नहीं रहे। उनका समाधिमरण शनिवार सुबह 3:18 बजे दिल्ली में हुआ। वे कुछ समय से बीमार थे। उनकी अंतिम संस्कार विधि आज दोपहर तीन बजे दिल्ली से 28 किमी दूर तरुणसागरम में होगी।

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via Dainik Bhaskar

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