नई दिल्ली। आयरलैंड की एलीना टाइस मात्र 13 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाली सबसे युवा खिलाड़यिों में से एक बनी थीं और अब उन्होंने 20 साल की उम्र में महिला हॉकी विश्वकप का रजत पदक अपने नाम कर लिया है।इस जीत से आयरलैंड की टीम ताजा विश्व रैंङ्क्षकग में आठ स्थान की छलांग लगाकर आठवें नंबर पर पहुंच गयी हैं।
क्रिकेट और हॉकी दोनों में आजमाएं हाथ
एलीना 13 साल की उम्र में आयरलैंड की महिला क्रिकेट टीम के लिये अंतरराष्ट्रीय मैदान में उतरी थीं। जब वह अपनी 18 साल की उम्र से दो सप्ताह कम थीं तो उन्होंने 2016 में आयरलैंड की महिला हॉकी टीम के लिये सीनियर अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया था और अब 20 साल की उम्र में वह हॉकी महिला विश्वकप की रजत पदक विजेता बन गयी हैं। 16 वर्षाें मे पहली बार महिला हॉकी विश्वकप खेल रहे आयरलैंड ने कई उलटफेर करते हुये लंदन में आयोजित विश्वकप के फाइनल में जगह बनाई जहां टीम को गत चैंपियन हॉलैंड से 0-6 से हार का सामना करना पड़ा।
टीम को मिला आठ स्थान का फायदा
इस जीत से आयरलैंड की टीम ताजा विश्व रैंकिंग में आठ स्थान की छलांग लगाकर आठवें नंबर पर पहुंच गयी हैं। अर्थशास्त्र की छात्रा एलीना यूनिवर्सिटी कॉलेज डबलिन क्लब में अपनी टीम की डिफेंडर हैं और वह चंद महिला क्रिकेटरों में शामिल हैं जिन्होंने अपने देश का दो खेलों में प्रतिनिधित्व किया है। आस्ट्रेलिया की ऑलराउंडर एलिस पैरी फुटबाल, न्यूजीलैंड की कप्तान सूजी बेट््स बास्केटबॉल और ऑलराउंडर सूफी डिवाइन हॉकी में खेल चुकी हैं। एलीना ने दोनों खेलों में मिलाकर 40 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं जिनमें 40 मैच तो क्रिकेट में हैं। अपने क्रिकेट करियर के दौरान एलीना लेग स्पिनर की भूमिका निभाती थी और उन्होंने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 2015 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ ट््वंटी 20 मैच के रूप में खेला था। उनका अगला लक्ष्य 2020 के टोक्यो ओलंपिक में खेलना है ।
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