Thursday, August 30, 2018

इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के इस फैसले को कप्तान कोहली ने किया नामंजूर, साफ कहा - कभी नहीं ...

नई दिल्ली। भारतीय कप्तान विराट कोहली की सबसे खास बात यह है कि वो किसी भी मसले पर बड़ी ही बेबाकी से अपनी राय रखते है। इसे कई लोग उनकी आक्रमकता भी मानते है। हालांकि साफ-साफ कहने और बोलने वाला इंसानों की प्रतिष्ठा दूसरों की नजर में बढ़ती है। कप्तान कोहली इस समय इंग्लैंड में है। जहां भारत और इंग्लैंड के बीच जारी पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का चौथा मैच गुरुवार से खेला जाना है। इस मैच के शुरू होने से पहले कप्तान कोहली ने इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के एक अहम फैसले को साफ तौर पर मना कर दिया है।

इंग्लैंड ने दिया था यह प्रस्ताव-

इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने हाल ही में टी-20 क्रिकेट से इतर 100 गेंदों का क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित करने का प्रस्ताव दिया था। इसपर विराट कोहली ने चिंता व्यक्त की है। ईसीबी ने टी-20 टूर्नामेंट से इतर 100 गेंदों के क्रिकेट टूर्नामेंट के आयोजन का निर्णय लिया है। पुरुष और महिला दोनो वर्गो में इस टूर्नामेंट का अयोजन किया जाएगा जिसमें आठ-आठ टीमें हिस्सा लेंगी।

खिलाड़ियों पर अतिरिक्त भार डालेगा- कोहली

विराट का मानना है कि क्रिकेट के इस नए प्रारूप से खेल की गुणवत्ता में कमी आएगी जिस कारण वह चिंतित हैं। विराट कोहली ने कहा कि इस टूर्नामेंट की प्रक्रिया में शामिल लोगों को लिए यह बहुत रोमांचक होगा, लेकिन मैं क्रिकेट के एक अन्य प्रारूप के बारे में सोच भी नहीं सकता। आज के समय में जब इतनी ज्यादा क्रिकेट खेली जा रही है, यह नया टूर्नामेंट खिलाड़ियों के ऊपर अतिरिक्त भार डालेगा। मैं समझता हूं व्यापारिक पहलू क्रिकेट की गुणवत्ता पर भारी पड़ रहा है और मैं इसे लेकर चिंतित हूं।

विराट ने साफ तौर पर ठुकराया-

विराट ने कहा, "वास्तव में मैं नहीं चाहता कि मुझे क्रिकेट के किसी नए प्रारूप में शामिल किया जाए। मैं उस वर्ल्ड-11 का हिस्सा नहीं बनना चाहता जो 100 गेंदों के टूर्नामेंट का आयोजन करे। मुझे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलना पसंद है, मुझे बिग बैश लीग (बीबीएल) देखना भी अच्छा लगता है क्योंकि आप शीर्ष स्तरीय विपक्षी का सामना करते हैं और एक क्रिकेटर के रूप में आप यही चाहते हैं। मैं हर लीग के समर्थन में हूं लेकिन किसी प्रयोग का नहीं।

घरेलू क्रिकेट को महत्व देना जरुरी-

विराट ने आगे कहा कि अगर आप फर्स्ट-क्लास क्रिकेट को महत्व नहीं देंगे, तो लोग खेल के सबसे लंबे प्रारूप में खेलने का उत्साह खो देंगे। टी-20 लीग की बढ़ती लोकप्रियता के कारण क्रिकेट बोर्ड को घरेलू क्रिकेट को अधिक महत्व देने की जरूरत है क्योंकि अगर सुविधा और खेल का स्तर आगे बढ़ेगा तो उत्सुकता बनी रहेगी।

टेस्ट चैंपियनशिप से है उम्मीद - कोहली

उन्होंने अगले वर्ष जुलाई में शुरू होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के बारे में कहा, "मैं समझता हूं कि टेस्ट चैम्पियनशिप से टेस्ट क्रिकेट आगे बढ़ेगा। इससे हर सीरीज में दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर होगी और टूर्नामेंट में कई उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे। मैं इस चैम्पियनशिप के लिए बहुत उत्सुक हूं।"



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