
हाईकोर्ट ने अदालती आदेश के बाद भी शहर की सड़कों पर गड्ढों व आवारा पशुओं के हालात नहीं सुधरने पर शुक्रवार को अफसरों को चेतावनी देते हुए कहा कि उन्हें अंतिम मौका दिया जा रहा है। जिस गति से वे चल रहे हैं उस गति से तो यह कर पाना संभव नहीं है। यदि वे नहीं कर पाए तो जेल के अलावा उनके पास और कोई चारा नहीं है। आए दिन खबरें आ रही हैं कि सड़कें बनते ही उखड़ जाती हैं और आवारा पशुओं को पकड़कर वापस छोड़ दिया जाता है। यह पैसे की बर्बादी है जिसे रोका जाए।
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
from दैनिक भास्कर https://ift.tt/2ntLnr3
via
IFTTT
0 comments:
Post a Comment