Sunday, September 16, 2018

Asia cup : टीम की जीत के लिए टूटे हाथ से तमीम इकबाल ने की बल्लेबाजी, मैच और दिल दोनों जीता

नई दिल्ली । एशिया में क्रिकेट को लेकर जो जुनून और पागलपन है वो केवल भारत और पाकिस्तान तक ही सिमित नहीं है । एशिया के बाकी देशों में भी क्रिकेट को लेकर कुछ वैसा ही जुनून है । इसका उदाहरण कल से शुरू हुए एशिया कप 2018 के पहले ही मैच में देखने को मिला । क्रीज पर बांग्लादेश का एक बल्लेबाज बैटिंग कर रहा था। तभी अचानक एक तेज गेंद उसके कलाई पर आ लगी। उसके हाथ से बल्ला छूट जाता है। मैदान पर मौजूद लोग तेजी से उसकी तरफ दौड़ते हैं। पूरा स्टेडियम सन्नाटे से भर जाता है। फिजियो मैदान में पहुंचते हैं,जिसके बाद उस बल्लेबाज को तुरंत ही मैदान से बाहर ले जाया जाता है । चोट इतनी गहरी होती है की उसे अस्पताल ले जाना पड़ता है । फिर चोट की स्कैन करने पर पता चलता है, उनकी कलाई में फ्रैक्चर है ।

एशिया कप टूर्नामेंट से भी बाहर होना पड़ा
एशिया कप 2018 का आगाज बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच खेले गए उद्घाटन मैच से हुआ और पहले ही मैच में अंदरडॉग समझी जा रही बांग्लादेशी टीम ने जैसा प्रदर्शन किया उसे देख बाकी टीमें अब बांग्लादेश को हलके में नहीं ले सकती । आपने ऊपर जिस घटना के बारे में पढ़ा वो कल बांग्लादेश के स्टार ओपनर तमीम इकबाल के साथ घटित हुई । उन्हें जब चोट लगी और जब डॉक्टर ने उनके हाथ का स्कैन किया तो पता चला उनका हाथ टूट चुका है । इसके साथ ही उन्हें एशिया कप टूर्नामेंट से भी बाहर होना पड़ा ।

आखिरी विकेट के लिए जोड़े महत्वपूर्ण 32 रन
जब बांग्लादेश के 9 विकेट केवल 229 रन पर गिर गए तो सभी को ये लग रहा था कि तमीम बल्लेबाजी के लिए नहीं आएंगे। लेकिन जैसे ही रहमान आउट हुए, वह हाथ पट्टी बांध कर मैदान में उतरे। उनका ये जज्बा देखकर हर कोई हैरान था, साथी खिलाड़ी हो या विरोधी या सभी फैंस, कोई भी जज्बे को सलाम किये बिना नहीं रह पाया । तमीम की चोट इतनी गंभीर थी कि वह उस हाथ से बल्ला भी नहीं पकड़ पा रहे थे लेकिन इस बल्लेबाज ने ना केवल अपना विकेट बचाया बल्कि रहीम के साथ आखिरी विकेट के लिए बेहद महत्वपूर्ण 32 रन भी जोड़े । इस मैच में भी वह कितने दर्द में बल्लेबाजी कर रहे थे, वह सभी ने देखा था। लेकिन टीम को मुश्किल में छोड़ कर उन्हें पवेलियन में जाना नागावार गुजरा ।

तमीम ने बिना रन बनाये जीता सबका दिल
तमीम और रहीम के बीच हुई 32 रनों की साझेदारी के बाद बांग्लादेश का स्कोर 261 रन तक पहुंच पाया। तमीम जब एक हाथ से बल्लेबाजी कर रहे थे तो सब इस बात से भी चिंतित थे की कही वो खुद को और चोटिल ना कर बैठे । लेकिन उन्होंने गजब की इच्छाशक्ति का प्रदर्शन किया और रहीम का बखूबी साथ दिया । तमीम इस आखिरी विकेट की साझेदारी में कोई रन तो नहीं बना सके लेकिन बांग्लादेश की जीत में उन्होंने जरूर एक अहम भूमिका निभाई ।



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