Saturday, September 15, 2018

हॉकी इंडिया ने सरदार सिंह के योगदान को इस रूप में किया याद, अब कोच बनना चाहते हैं पूर्व कप्तान

नई दिल्ली। 12 साल तक भारतीय हॉकी टीम के प्रमुख स्तंभ रहे सरदार सिंह ने बुधवार को अपने संन्यास का ऐलान कर दिया है। एशियाई खेलों में टीम के प्रदर्शन से नाखुश रहे सरदार ने अपने रिटायरमेंट का ऐलान करते हुए कहा था कि अब समय आ गया है कि युवा प्रतिभा को मौका दिया जाए। सरदार के संन्यास के ऐलान के बाद हॉकी इंडिया (एचआई) ने उनके शानदार करियर के लिए उन्हें बधाई दी और उन्हें शुभकामनाएं दीं। सरदार को हॉकी विश्व कप के लिए चुनी गई टीम में जगह नहीं मिली थी।

हॉकी इंडिया के अध्यक्ष ने दी बधाई-
सरदार ने बुधवार को अपने 12 साल के हॉकी करियर को विराम देने की घोषणा की। उन्होंने गुरुवार को चंडीगढ़ में प्रेस वार्ता में इसका औपचापिक ऐलान किया। एचआई ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर सरदार को बधाई और शुभकामना दी। एचआई के अध्यक्ष राजिंदर सिंह ने कहा कि टीम के अच्छे और बुरे, दोनों समय में सरदार सिंह ने बेहद प्रतिबद्धता दिखाई है। उनकी योग्यता और दृढ़संकल्प उन्हें खेल का सच्चा दूत बनाते हैं। उन्होंने अपने प्रदर्शन से देश के कई युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया है। एक कप्तान के तौर पर उन्होंने 2014 के एशियाई खेलों में देश को शानदार और ऐतिहासिक जीत दिलाई थी।

सरदार के योगदान को भूलाया नहीं जा सकता-
राजिंदर सिंह ने आगे कहा कि वह टीम में बदलाव और वर्ल्ड रैंकिंग में टीम के आगे बढ़ने के गवाह रहे हैं। उनके दिए गए योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। हॉकी इंडिया उनके दिए गए योगदान के लिए उनका शुक्रिया अदा करती है। हम उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं। सरदार हाल ही में इंडोनेशिया के जकार्ता में संपन्न हुए एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे।

अब कोच बनना चाहते हैं सरदार-
अपने संन्यास के ऐलान के बाद भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान सरदार सिंह अब कोच बन कर युवाओं को हॉकी की सीख देना चाहते हैं। पत्रकारों से बात करते हुए सरदार से स्वयं कहा कि हॉकी इंडिया और हरियाणा सरकार से अनुमति लेने के बाद मैं कोचिंग शुरू कर दूंगा। मैं प्रीमियर यूरोपीय लीग में क्लबों के साथ काम करने की योजना बना रहा हूं। बताते चले कि अपने 12 साल के करियर में सरदार ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की।



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